Taraweeh ki Dua एक दुआ हैं जिसे तरावीह की नमाज के बिच में पढ़ा जाता हैं। रमजान का महीना शुरू होने वाला हैं, जिसके लिए आपको तैयार होना होगा। आपको दिन भर रोजे रखने होंगे और इसके साथ कुछ जरूरी दुआएँ याद करनी होगी। उसमे से एक तरावीह की दुआ हैं।
रमजान में मुस्लमान बोहोत सारे नेक काम करते हैं, जिसमे क़ुरान को सबके साथ पढ़ना भी शामिल होता हैं। बोहोत सारे लोग मस्जिद में इकठ्ठा होते हैं और बाद क़ुरान को पढ़ते हैं। ऐसे करने से उनमे अल्लाह के तरफ भरोसा बढ़ जाता हैं।
तरावीह की नमाज भी रमजान में खास मायने रखती हैं। इसे खास रमजान में पढ़ा जाता हैं। ये नमाज ईशा की नमाज के बाद पढ़ी जाती हैं, जो काफी समय तक चलती हैं। ये नमाज़ पढ़ने के लिए बोहोत वक्त लगने के कारन बिच में सलाम फेरने और आराम के लिए “Taraweeh ki Dua“ को पढ़ा जाता हैं।
मुझे पता हैं की बोहोत सारे लोगोंको तरावीह की दुआ याद नहीं होती, पर उनकी इच्छा होती हैं की वो भी सबके साथ इस दुआ को पढ़े। तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं, क्योंकि हमने आपके लिए इस पोस्ट में अरबिक, हिंदी, और इंग्लिश में तरावीह की दुआ को दिया हैं।
Taraweeh ki Dua
तरावीह की नमाज को पढ़ना और सबके साथ पढ़ना बोहोत ही जरूरी हैं। इसे ईशा की नमाज के बाद पढ़ना होता हैं। इस नमाज में क़ुरान का बोहोत बड़ा हिस्सा पढ़ा जाता हैं, जिसे पढ़ने में लगभग डेढ़ से दो घंटे तक पढ़ा जाता हैं। एक इंसान के लिए लगातार इतनी देर तक पढ़ना बोहोत मुश्किल हो जाता हैं।
बोहोत समय लगने के कारन इसे हिस्सों में पढ़ा जाता हैं। इस नमाज के २० रकत होते हैं जिसे पांच हिस्सों में पढ़ा जाता हैं। जब चार रकत हो जाते हैं, तब आराम करने और सलाम फेरने के लिए तरावीह की दुआ पढ़ते हैं।
سُبْحَانَ ذِی الْمُلْکِ وَالْمَلَکُوْتِ ط سُبْحَانَ ذِی الْعِزَّةِ وَالْعَظَمَةِ وَالْهَيْبَةِ وَالْقُدْرَةِ وَالْکِبْرِيَآئِ وَالْجَبَرُوْتِ ط سُبْحَانَ الْمَلِکِ الْحَيِ الَّذِی لَا يَنَامُ وَلَا يَمُوْتُ سُبُّوحٌ قُدُّوْسٌ رَبُّنَا وَرَبُّ الْمَلَائِکَةِ وَالرُّوْحِ ط اَللّٰهُمَّ اَجِرْنَا مِنَ النَّارِ يَا مُجِيْرُ يَا مُجِيْرُ يَا مُجِيْر۔
इस दुआ को अरबिक में हमने शेयर किया, पर इसे आप अन्य भाषा, जैसे की हिंदी में और इंग्लिश में पढ़ सकते हैं।
सुब्हा-न ज़िल मुल्की वल मलकूत
सुब्हा-न ज़िल इज़्ज़ती, वल अज़्मति, वल हैबति, वल कुदरती, वल किब्रियाई, वल जबरूत
सुब्हानल मलिकिल हय्यिल लज़ी ला यनामु वला यमूत
सुब्बूहुन, कुद्दूसुन, रब्बुना व रब्बुल मलाइकती वर रूह
अल्लाहुम्मा अजिरना मिनन्नार
या मुजीरु, या मुजीरु, या मुजीर
ये तरावीह की दुआ हिंदी में शेयर की गयी हैं जिसे आप आसानी से पढ़ सकते हैं। जब भी आप तरावीह की नमाज के ४ रकत पुरे करेंगे, तब आप इसे पढ़े और बाद अगले रकत पढ़े।
Tarjuma in Hindi
बिना मतलब जाने ही दुआ को पढ़ते रहना कुछ काम का नहीं हैं। आप तरावीह की दुआ पढ़ो, या किसी और दुआ को पढ़ो, पर आपको उस दुआ का तर्जुमा जरूर मालूम होना चाहिए।
पाक है वो अल्लाह जो मुल्क और बादशाहत वाला है | पाक है वो अल्लाह जो इज्ज़त वाला, और अज़मत वाला, और हैबत वाला, और कुदरत वाला, और बड़ाई वाला, और सतवत वाला है | पाक है वो अल्लाह जो बादशाह है, जिंदा रहने वाला है, के ना उसके लिए नींद है और ना मौत है, वो बे इन्तेहा पाक है, और बेइंतेहा मुक़द्दस है, हमारा परवरदिगार फरिश्तों और रूह का परवरदिगार है | ए अल्लाह जहन्नम की आग से हमें बचाना | ऐ बचाने वाले, ऐ पनाह देने वाले, ऐ निजात देने वाले |
Tasbeeh e Taraweeh English
- Subhanal Malikil Quddus।
- Subhana jil Mulki wal Malakuti।
- Subhana jil izzati wal ajhmati wal haybati wal Qudrati।
- wal kibriyaa’i wal jabaroot।
- Subhanal Malikil hayyil lajhi, la yunaamu wa layamutu।
- Subbuhun, Quddusun, Rabbuna Rabbul malaa’ikati war-rooh।
- Allahumma Ajirnee akhlusna Minan Naar।
- Ya Mujeero, Ya Mujeero, Ya Mujeer।
Tarjuma in English,
Glory be to the owner of the kingdom of the earth and the heavens. Glory be to He who commands respect and honor and magnificence and awe and power and greatness and omnipotence. Glory be to the sovereign, the ever-living, Who does not sleep nor die. He is the most praised, the holiest, Our Lord, and the Lord of all the angels and the spirit. O, Allah! save us from the fire of hell. O protector! O protector! O protector!
Akhri Baat
तरविक की दुआ को ज्यादातर जगह पर पढ़ा जाता हैं, पर कुछ जगह इसका उपयोग नहीं किया जाता। उसका कारन हैं की इस दुआ में हम अल्लाह को तो याद करते हैं, और इससे बिच में आराम भी मिल जाता हैं, पर इसको पढ़ना ही चाहिए ऐसा कहने वाली हदीस नहीं दिखती। इसलिए कई इमाम इसे नहीं पढ़ते। हमने आपके साथ इस दुआ को शेयर किया हैं, अब ये आपको तय करना हैं की आपको इसे इस्तेमाल करना हैं या नहीं।
तरावीह की दुआ एक पावरफुल दुआ हैं जिसे पाक रमजान में हर मुस्लमान को पढ़ना ही चाहिए। इस दुआ को पढ़ने से हम अल्लाह की रेहम के भागीदार बनते हैं और हमें बताता हैं की अल्लाह की रेहमत पाना कितना जरूरी हैं।
इस दुआ को पोस्ट के पहले हिस्से में हमने अरबिक भाषा में शेयर किया और बाद में Taraweeh ki Dua को हिंदी में शेयर किया। इस दुआ को मस्जिद में इमाम पढ़ेगा और आप उसके साथ ही दोहराहिये। आपको अगर दुआ को याद करने में याद करने में दिक्कत हो रही हैं, तो आप हमारी वेबसाइट पर आइये, और तरावीह की दुआ को सर्च कीजिये। आपको तुरंत दुआ दिखेंगी, जिसे आप आसानी से पढ़ पाएंगे।